अधिवक्ता के साथ अभद्रता के मामले में कार्यवाही को लेकर स्टेट हाइवे किया जाम
बीदासर। सिविल न्यायालय कार्यालय के सामने शनिवार को अभिभाषक संघ के अधिवक्ताओं ने एसआई पप्पूराम मीणा द्वारा एडवोकेट महेश कुमार के साथ अभद्रता करने के मामले को लेकर सीकर-नोखा स्टेट मार्ग को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। इससे पूर्व अधिवक्ताओं ने न्यायालय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में आये बीदासर न्यायाधीश को ज्ञापन सौंपा, इसी दौरान बार संघ ने जिला कलक्टर चूरू के नाम का ज्ञापन तहसीलदार द्वारका प्रसाद शर्मा व जिला पुलिस अधीक्षक चूरू के नाम का ज्ञापन पुलिस उपअधीक्षक प्रहलाद राय को सौंपकर एसआई पप्पूराम के खिलाफ कार्यवाही करने व मामले की उच्चाधिकारी से जांच करवाये जाने की मांग की। अधिवक्ताओं द्वारा मुख्य मार्ग बंद किये जाने पर अभिभाषक संघ अध्यक्ष के साथ डीएसपी द्वारा की गई समझाईश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट के लिखित आश्वासन के बाद अधिवक्ताओं ने रास्ता खोला और न्यायालय परिसर में धरने पर बैठ गए। बार संघ अध्यक्ष रघुवीर भामू ने बताया कि पुलिस थाना बीदासर के एसआई पप्पूराम मीणा ने अधिवक्ता महेश कुमार छापोला जो कि एक महिला की सहायता हेतु थाने में गये थे जहां पर पप्पूराम मीणा ने अधिवक्ता के साथ अभद्र व्यवहार किया एवं अधिवक्ता की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयत्न किया, तथा विधि विरूद्ध तरीके से अधिवक्ता को पुलिस थाने में तीन घण्टे तक निरूद्ध रखा एवं अधिवक्ता को झूठे मुकदमें में फंसाने व गिरफ्तार करने की एलानिया धमकी सार्वजनिक रूप से दी। अधिवक्ता के साथ घटित इस घटना के लिए अधिवक्ताओं ने बीदासर पुलिस थाना में एक लिखित शिकायत गुरुवार को दी तथा पुलिस उपअधीक्षक बीदासर व जिला पुलिस अधीक्षक चूरू को भी शिकायत दर्ज करने के लिए लिखा लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस थाना में न तो कोई एफआईआर दर्ज की गई और न ही मामले में पुलिस अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही की गई। जिसके कारण अधिवक्ताओं में काफी रोष व्याप्त है। अधिवक्ताओं ने कार्यवाही न किए जाने की स्थिति में सोमवार से सम्पूर्ण कार्य बहिष्कार एवं अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी दी है। इस दौरान बार संघ बीदासर के सचिव दीनदयाल प्रजापत, उपाध्यक्ष शाहिद सोलंकी, उपसचिव गौतम सैनी, कोषाध्यक्ष अरविन्द चौधरी, संरक्षक ज्ञानाराम चौधरी, मनोज गोदारा, रमेश बिस्सु, जगदीश प्रजापत, गोरधन सिंह, परमानन्द बिजारणिया, आमीन शेख, तिलोक चन्द पिलानिया, लालचंद जाट, मनीष शर्मा, भगवानाराम, नरेन्द्र सिंह, गोविन्द जाखड़, सलमान, राजकुमार ढाका, इरफान, सहित अनेक अधिवक्ता उपस्थित रहे।