 
                        
        ॠषिकुल ब्रह्मचर्याश्रम के तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव का हुआ शुभारंभ
चूरूः ॠषिकुल ब्रह्मचर्याश्रम के 100 वें वार्षिकोत्सव के तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारम्भ बुधवार को त्रंबकेश्वर चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस दौरान आश्रम के ब्रह्मचरियों ने सरस्वती वंदना व स्वागत गीत से कार्यक्रम का आगाज किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए त्रंबकेश्वर चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि इर्ष्या मनुष्य की सद्भावना को नष्ट कर देती है। अतः व्यक्ति को कभी भी इर्ष्यालु नहीं बनना चाहिए। इसके साथ ही महाराज ने बताया कि धर्माचरण करने पर प्रतिकुलता का सामना नहीं करना पड़ता और यदि संकट आता है तो वह सूक्ष्म होकर नष्ट हो जाएगा। इसके अतिरिक्त अन्य विशेष बातों पर विस्तृत चर्चा की गई। इस अवसर पर मंत्री सुशील कुमार बजाज, न्यासी ईश्वर प्रसाद पटवारी, प्रधानाचार्य डॉ. भवानी शंकर, पूर्व स्नातक सहित अनेक आचार्य व ब्रह्मचारी उपस्थित थे। आश्रम के व्यवस्थापक ईश्वर सिंह ने आगंतुक अतिथियों व अभिवावकों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन नरेंद्र सिंह राठौड़ व डॉ. पवन कुमार उपाध्याय ने संयुक्त रूप से किया।
 
                                                                        
                                                                    