
श्रमिकों को सुरक्षा और कल्याण-कारी योजनाओ के प्रति किया जागरूक
डीडवाना. राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना के सामुदायिक जागरूकता एवं जनसहभागिता कार्यक्रम के तहत आरयूआईडीपी के अधिशाषी अभियंता दीपक माण्डन के निर्देशन में सहायक अभियंता जितेन्द्र चौधरी के सहयोग से सीवरेज परियोजना के तहत शहर के हॉस्पिटल चौराहे पर कार्यरत श्रमिकों को सुरक्षा और श्रमिक कल्याण-कारी योजनाओ के प्रति जागरूक किया । श्रमिक जागरूकता कार्यक्रम में श्रमिकों की भूमिका पर बोलते हुये कैप -आरयूआईडीपी के सचिन मुदगल ने बताया कि कहा कि श्रमिक किसी भी शहर के विकास की नीव होते हैं। उनके बिना किसी शहर का विकास संभव नहीं होता। उन्होंने कहा कि सरकार अनेक योजनाएं चलाती हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में कई श्रमिक उनका उचित लाभ नहीं उठा पाते हैं। श्रमिक कार्ड से होने वाले लाभ के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपना श्रम विभाग मे पंजीकरण कराये। जिससे होने वाले लाभ को उठा सके। श्रमिक कार्ड से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि श्रमिक कार्ड बनने के बाद दो बेटियों की शुभ शक्ति योजना पर सरकारी सहायता राशि, दुर्घटना होने पर एवं लड़के व लड़की के जन्म पर सहायता राशि प्रदान की जाती है,इसके साथ ही कक्षा 6 से लेकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति की सुविधा भी दी जाती है। श्रमिक कार्ड को 18 वर्ष से 58 वर्ष का कोई भी पुरुष व महिला ये कार्ड बनवा सकते हैं। इसके साथ ही नरेगा जॉब कार्ड ,चिरंजीवी योजना आदि शामिल है । सीएमएससी के सपोर्ट इंजीनियर अक्षय कुमार और जनार्दन व्यास ने श्रमिकों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि साईट पर कार्य करते समय सुरक्षा का विशेष ध्यान रखे एवं पूरे सुरक्षा उपकरणों के साथ ही कार्य करें, क्योंकि छोटी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है साथ ही बताया कि श्रमिकों को साईट पर कार्य करते समय किन किन प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और उनसे किस प्रकार बचा जा सकता है। इसके साथ ही एल .एंड टी . के एसओटी रोहित भाटी और घनश्याम शर्मा ने व्यक्तिगत स्वच्छता पर बताते हुए कहा कि श्रमिक खाना खाने से पहले शौच जाने के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोए, मंजन करें तथा अपने आसपास साफ सफाई रखें।