स्वच्छ, सुरक्षित एवं व्यवस्थित रहा इस वर्ष का त्रिनेत्र गणेश लक्खी मेला
सवाई माधोपुर। रणथम्भौर दुर्ग में भरने वाले तीन दिवसीय गणेश मेले का समापन बुधवार को हुआ। मेला मजिस्ट्रेट व उपखण्ड अधिकारी अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि तीन दिवसीय मेले में इस बार लगभग 5 से 6 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिनेत्र गणेश जी के दरबार में आगमन कर अपनी हाजिरी दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि इस वर्ष का त्रिनेत्र गणेश लक्खी मेला पूर्ण रूप से स्वच्छ, सुरक्षित एवं व्यवस्थित रहा।
जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला द्वारा सफाई व्यवस्था को लेकर नगर परिषद एवं पंचायत समिति को स्वच्छता पर ध्यान रखने के विशेष निर्देश जारी किए गए थे, जिसका मेले के दौरान सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले। स्थानीय लोग हो, चाहे यहां आने वाले लाखों श्रद्धालु सभी ने इस बार मेले में रहने वाली सफाई व्यवस्था के लिए प्रशासन की जमकर सराहना की। जिला प्रशासन द्वारा एक रणनीति के तहत कार्य करते हुए इस मेले को प्लास्टिक मुक्त रखने के पूर्ण प्रयास किए गए। इसका परिणाम यह रहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चलने वाले निःशुल्क भंडारे पर खाने पीने के बाद फैलाई गई गंदगी सड़क पर नजर नहीं आई। नगर परिषद आयुक्त होती लाल मीना पूरे मेले में सफाई कार्य को लेकर लगातार निरीक्षण में लगे रहे और मेला व्यवस्था में लगी नगर परिषद टीम को निर्देशित करते रहे।
स्वच्छ गणेश मेले में निःशुल्क भंडारों पर विशेष जोर:- गणेश मेले में श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए निःशुल्क भंडारों पर जिला प्रशासन का विशेष फोकस रहा। निःशुल्क भंडारा लगाने वाले संचालकों की कलक्टर द्वारा कई बार बैठके लेकर निर्देशित किया गया, साथ ही प्रशासन द्वारा स्वीकृति लेने के बाद ही लगभग 70 भंडारे गणेश मेले में संचालित किए गए।
मेले में नगर परिषद का अहम रोल, सफाई में झौंकी पूरी ताकत:- इस बार गणेश मेले को ऐतिहासिक और अद्भुत बनाने के लिए यहां की नगर परिषद का अहम रोल देखने को मिला। जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला के निर्देश पर आयुक्त होती लाल मीना ने एक रणनीति तैयार कर सफाई कर्मियों को मेले में तैनात किया। जानकारी के अनुसार नगर परिषद के लगभग 90 अधिकारी-कर्मचारी, 5 ट्रैक्टर ट्रॉली मेले के दौरान सफाई व्यवस्था में जुटे रहे। सफाई कर्मियों द्वारा ट्रैक्टर ट्रॉली और ऑटो टिपर में कचरा भरकर निस्तारण करने का सिलसिला लगातार जारी रहा।
ये रहे स्वच्छ गणेश मेले में खास नवाचार:- गणेश मेला शुरू होने से पूर्व मेला मजिस्ट्रेट अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि निःशुल्क भण्डारों पर डिस्पोजल, प्लास्टिक व पॉलिथीन युक्त सामानों के उपयोग पर पूर्णतया रोक लगाई गई, जिससे सड़क पर कचरा नहीं फैला। भंडारे सड़क से दूर हटकर लगाए गए, जिससे लोगों को आवागमन में सुविधा बनी रही। नगर परिषद द्वारा 80 ट्विन डस्टबिन पूरे रास्ते में रखवाएं गए एवं प्रत्येक भंडारे पर भी तीन डस्टबिन रखने के लिए निर्देशित किया गया। मेले में सफाई व्यवस्था के लिए नगर परिषद के लगभग 70 सफाई कर्मचारियों के अलावा प्रत्येक भंडारे पर पांच वॉलिंटियर सफाई के लिए तैनात रहे।
जिला कलक्टर ने सफाईकर्मियों के कार्य को सराहा:- जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला ने गणेश मेले के दौरान ऐतिहासिक सफाई व्यवस्था को लेकर सफाई कर्मियों के कार्य को सराहा और धन्यवाद दिया। मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस द्वारा सम्पूर्ण मेले को 10 सेक्टर्स में बांटा गया जिसमें पुलिस, आरएसी तथा पुलिस मित्रों ने भरपूर सहयोग दिया। इसके अतिरिक्त एनसीसी तथा स्काउट द्वारा भी मेले की व्यवस्थाओं में चार-चांद लगा दिए।