
50 रुपये से कम के 5 सरकारी बैंक शेयर जो कर सकते हैं मालामाल
नई दिल्ली। शेयर बाजार में निवेशक हमेशा बड़ी कंपनियो में पैसा लगाना पसंद करते हैं। क्योंकि, यहां स्थिर रिटर्न के साथ रिस्क कम होता है। आमतौर पर बड़े बैंक (Bank Stocks) और कंपनीज के शेयर प्राइस के लिहाज से लोगों को महंगे लगते हैं। मसलन, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का एक शेयर 800 रुपये तो एचडीएफसी बैंक के शेयर की कीमत 1900 रुपये से ज्यादा है। खास बात है कि ये शेयर पिछले 5 सालों में निवेशकों का पैसा 4 गुना तक बढ़ा चुके हैं। अगर आप किसी सरकारी बैंक के शेयरों में पैसा लगाना चाहते हैं तो हम आपको 5 ऐसे बड़े सरकारी बैंकों के शेयरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी कीम 50 रुपये (Government bank shares under ₹50) से भी कम है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड में इक्विटी टेक्निकल रिसर्च के हेड रुचित जैन ने इन बैंक शेयरों में खरीदारी के लिए अहम लेवल बताए हैं।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शेयर
इस सरकारी बैंक के शेयर का भाव 38 रुपये है। रुचित जैन के अनुसार, 34.60 का स्तर इस स्टॉक के लिए एक अहम सपोर्ट लेवल है, अगर यह टूटता है तो इसमें गिरावट गहरा सकती है। वहीं, 41.87 रुपये का स्तर बड़ा रेजिस्टेंस है, क्योंकि इसी लेवल से यह बैंक शेयर बार-बार नीचे आया है। 41.87 रुपये के ऊपर क्लोजिंग होने पर शेयर में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है।
यूको बैंक शेयर
यूको बैंक का शेयर डाउन ट्रेंड में चल रहा है। शेयर का मौजूदा भाव 31.31 रुपये है और 28 रुपये का लेवल एक अहम सपोर्ट है। वहीं, 36.53 स्टॉक के लिए एक बड़ा रेजिस्टेंस है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र शेयर
यह सरकारी बैंक शेयर भी प्राइस कंसोलिडेशन में फंसा हुआ है। इस स्टॉक का मौजूदा भाव 54.40 रुपये है। 49 रुपये का स्तर इस शेयर के लिए अहम सपोर्ट है तो ऊपर में 58 रुपये का लेवल बड़ा रेजिस्टेंस है।
इंडियन ओवरसीज बैंक शेयर
यह सरकारी बैंक शेयर भी पिछले कुछ समय से एक दायरे में रहकर कारोबार कर रहा है। इस शेयर का मौजूदा भाव 37.50 रुपये है और रुचित जैन की मानें तो इसका सपोर्ट लेवल 34 रुपये है। वहीं, 43 रुपये के भाव पर यह रेजिस्टेंस का सामना कर रहा है।
पंजाब सिंध बैंक शेयर
पंजाब सिंध बैंक का शेयर मंदी में कारोबार कर रहा है। इस स्टॉक का मौजूदा भाव 31.43 रुपये है। 26 रुपये के स्तर पर इस शेयर का स्टॉन्ग सपोर्ट है और 37 रुपये का लेवल इसके लिए बड़ा रेजिस्टेंस है। बता दें कि जब भी कोई शेयर अपने अहम सपोर्ट लेवल को तोड़ता है तो उसमें गिरावट की आशंका और बढ़ जाती है, जबकि रेजिस्टेंस के तोड़ने पर उसमें तेजी की संभावना बढ़ती है।