
अजमेर अग्निकांड : विधानसभा अध्यक्ष ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
अजमेर। डिग्गी बाजार में हाल ही में हुए अग्निकांड के बाद शहर में हड़कंप मच गया है। शनिवार को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और नगर निगम व अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न हो। उन्होंने शहर के सभी होटलों का सर्वे कराने और फायर एनओसी (नॉन ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) नहीं होने पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए।
चार की मौत, दो की हालत अब भी गंभीर
देवनानी ने बताया कि तीन दिन पहले डिग्गी बाजार इलाके में हुए दर्दनाक अग्निकांड में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चार अन्य घायल हुए हैं। इनमें से दो की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इस हादसे में एक महिला फायर कर्मी भी धुएं के कारण बेहोश हो गई थी। उन्होंने बताया कि घटना की गहराई से जांच के लिए एक विशेष जांच कमेटी गठित की गई है, जो तकनीकी और प्रशासनिक पहलुओं की समीक्षा करेगी।
हर होटल का होगा रिकॉर्ड सत्यापन
विधानसभा अध्यक्ष ने नगर निगम अधिकारियों के साथ बैठक कर स्पष्ट निर्देश दिए कि शहर के सभी होटलों का रिकॉर्ड खंगाला जाए। उन्होंने कहा कि यह अजमेर में तीसरी बड़ी अग्निकांड की घटना है, जो लापरवाही की ओर इशारा करती है। अब हर होटल का फायर लाइसेंस, निर्माण संबंधी दस्तावेज और सुरक्षा मानकों की जांच की जाएगी।
इसके लिए एक विशेष परफॉर्मा तैयार किया गया है, जिसमें प्रत्येक होटल संचालक को फायर एनओसी, स्टाफ की संख्या, इमरजेंसी एक्जिट, अग्निशमन यंत्रों की स्थिति जैसी जानकारियां भरनी होंगी।
उल्लंघन पर नोटिस और विधिसम्मत कार्रवाई
देवनानी ने स्पष्ट किया कि जिन होटलों में नियमों का उल्लंघन पाया जाएगा, उन्हें नोटिस जारी कर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। अवैध निर्माण, बिना अनुमति के संशोधन अथवा बिना सुरक्षा मानकों के चल रहे होटलों के खिलाफ निगम और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से कार्रवाई करेगा। उन्होंने अधिकारियों को यह भी कहा कि सर्वे कार्य में कोई कोताही न बरती जाए और एक निश्चित समय-सीमा में कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
शहरवासियों से भी मांगा सहयोग
देवनानी ने आम नागरिकों से भी अपील की कि यदि उन्हें किसी होटल, रेस्टोरेंट या व्यावसायिक प्रतिष्ठान में सुरक्षा मानकों की कमी दिखे तो वे नगर निगम या अग्निशमन विभाग को तत्काल सूचना दें। उन्होंने कहा कि जनसहयोग से ही शहर को सुरक्षित बनाया जा सकता है।