
डीडवाना : बिना मां-बाप के चार बच्चे नहीं जा पा रहे स्कूल
- खेत का रास्ता नहीं होने की वजह से नहीं जा पा रहे स्कूल
- रास्ता खुलवाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को सोपा ज्ञापन
डीडवाना। जिले के नजदीकी ग्राम दयालपुरा में एक खेत में रास्ता नहीं होने की वजह से बिना मां-बाप के चार बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।उन बच्चों के साथ में अन्य ग्रामीण भी अपने काम पर नहीं जा पा रहे हैं।इन बच्चों का मां-बाप का साया इनसे उठ चुका है।अब यह बिना मां-बाप के बच्चे अपने रिश्तेदारों के साथ में रहते हैं।वही रिश्तेदार इनको पढ़ाते हैं। लेकिन रास्ता नहीं होने की वजह से यह बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। रास्ता खुलवाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने एक ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौपा है।जिसमे बताया कि ग्राम दयालपुरा में हमारी खातेदारी के खेत खसरा है।इन खसरा नम्बर के खेतों में आने जाने वाला एक मात्र रास्ता जो पिछले 70 वर्षों से खेत खसरा नम्बर 213 एव 232 में बहता चला आ रहा है। हम खातेदार अपने खसरा नम्बरान में की भूमि रहवासी मकान बनाकर निवास कर रहे है।लेकिन दो दिन पूर्व ही खसरा नम्बर 233 एव 232 के खातेदारों द्वारा हमारे खेतों में आन जाने वाले रास्ते को पूर्ण रूप से बन्द कर दिया गया।जिस कारण से अब हमारा हमारे खेतों में आने जाने एव बच्चों के स्कूल जानें में बाधा हो रही है।आगे बताया कि बाबूलाल पुत्र दीपाराम की मृत्यु हो चुकी है।उसकी पत्नी की भी मृत्यू हो गई है।उनके बच्चे अनाथ हो गये है। उनके तीन पुत्री एक पुत्र है।इसी रास्ते से स्कूल जाते है।रास्ते बन्द हो जाने के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे है। उनके भविष्य का अब क्या होगा।रास्ता बंद से पशुओं को लाने ले जाने ट्रैक्टर आदि को लाने ले जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खातेदारों के आने जाने का रास्ता बिल्कुल ही बन्द हो गया है।बार बार निवेदन करने पर भी खसरा नम्बर 232 एव 239 के खातेदार रास्ते को नहीं खोल रहे हैं। खातेदारों के खसरा नम्बरान की भूमि में आने जाने हेतु खेत खसरा नम्बर 232 एव 233 के खातेदारों से रास्ता खुलवाया जाए।ज्ञापन देने वालो में राजूराम मनोज हीरा छोटी अंजू हेमलता सोनू कुमारी विमला भुराराम सहित अन्य मौजूद रहे।