सितारे क्यों ललचाते है पान पराग के विज्ञापन पर ?
बॉलीवुड स्टार फिल्मों के अलावा अपने विज्ञापनों को लेकर भी खूब सुर्खियों में रहते हैं। फिल्मी कलाकार लंबे वक्त से विज्ञापन करते आए हैं। इनमें से कुछ विज्ञापन विवादित भी रहे हैं, जिसके चलते कलाकारों को लोगों की आलोचना का शिकार भी होना पड़ता हैं। हालांकि बहुत से ऐसे भी कलाकार हैं, जो कुछ खास विज्ञापन को करने से खुद को बचाते हैं। उनमें से एक विज्ञापन पान मसाला और तंबाकू का रहता है। कई फिल्मी सितारे ऐसी चीजों का विज्ञापन करने से बचते हैं।
पान मसाला के विज्ञापन को लेकर अक्सर फिल्मी सितारे लोगों के निशाने पर रहे हैं। लेकिन कई बड़े-बड़े कलाकार इस विज्ञापन का हिस्सा भी रह चुके हैं। क्या आप जानते हैं कि शम्मी कपूर भी पान मसाला का विज्ञापन कर चुके हैं। और उसके लिए उनके बड़े भाई राज कपूर काफी गुस्सा हो गए थे। यह वक्त 80 के दशक का था, जब शम्मी कपूर और अभिनेता अशोक कुमार ने पान मसाला का विज्ञापन किया था।
दोनों कलाकारों का विज्ञापन काफी चर्चा में रहा था, लेकिन इस विज्ञापन को करने पर राज कपूर शम्मी कपूर से गुस्सा हो गए थे। उन्होंने इस बात का खुलासा अपने एक इंटरव्यू में किया था। शम्मी कपूर ने कहा था, 'जब लोगों ने मुझे एयरपोर्ट पर देखा तो राज कपूर गुस्से में आ गए जब उन्होंने लोगों को "पान पराग" चिल्लाते हुए सुना। पान मसाला को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने मुझे जिंदगी का सबक दिया था। अशोक कुमार के साथ पहली बार काम करके मुझे खुशी हुई थी।'
हाल ही में बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। हाल ही में रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म मिशन रानीगंज सिनेमाघर तक दर्शकों को लाने में नाकामयाब साबित हो रही है। वहीं इस बीच अक्षय कुमार एक बार फिर लाइमलाइट में आ गए हैं। दरअसल, अक्षय कुमार अपने एक विज्ञापन को लेकर ट्रोल्स के निशाने पर आ गए हैं। बता दें कि जब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच चल रहा था और इस दौरान जब अक्षय कुमार की पान मसाला की नई एड टीवी पर दिखी तो फैन्स हैरान रह गए। इस एड में उनके साथ शाहरुख खान और अजय देवगन भी थे।
गौरतलब है कि इससे पहले पान मसाला का एड करने पर अक्षय कुमार सार्वजनिक रूप से माफी मांग चुके हैं। उन्होंने उस वक्त कहा था कि भविष्य में वे इस तरह की चीजों को प्रोमोट नहीं करेंगे। लेकिन फिर से अक्षय कुमार को वैसा ही करता देख फैन्स हैरान रह गए हैं। वे सोशल मीडिया पर एक्टर को जमकर ट्रोल कर रहे हैं। अक्षय ने इससे पहले पान मसाले के एड को लेकर जो माफीनामा जारी किया था, उसमें लिखा था, "मैं आप सभी से माफी मांगना चाहता हूं। बीते कुछ दिनों में आपके रिएक्शन ने मुझे काफी प्रभावित किया है। विज्ञापन से मिली फीस को मैं अच्छे कार्य में लगाऊंगा। यदि ब्रांड चाहता है तो वह एड को तब तक प्रसारित कर सकता है, जब तक इसके कॉन्ट्रैक्ट की लीगल अवधि पूरी नहीं होती। लेकिन मैं वादा करता हूं कि भविष्य में पूरी समझदारी के साथ एड का चयन करूंगा"।
एक यूजर ने इस नए एड को देखने के बाद कमेंट किया है, 'अक्षय कुमार ने पान मसाला एड के लिए माफी मांगी थी। अब फिर से वही। पैसा क्या कुछ नहीं करवा देता है'। तो एक अन्य ने लिखा है, 'अक्षय अब तो तू गया बेटा'। एक और ने लिखा, 'पैसों के लिए ये स्टार्स कुछ भी कर सकते हैं'। एक और यूजर लिखते हैं, 'लगता है फिल्म नहीं चली तो फिर से पान मसाले का एड किया गया'।
वैसे ये पहली बार नहीं है जब किसी एक्टर को पान मसाले के विज्ञापन के लिए माफी मांगनी पड़ी हो। इससे पहले अक्टूबर 2016 में हॉलीवुड एक्टर पियर्स ब्रॉसनन को 'जेम्स बॉन्ड' के रूप में पान बहार के विज्ञापन के लिए माफी मांगनी पड़ी थी। तब उन्होंने कहा था कि उन्हें नहीं बताया गया था कि इसमें तंबाकू या सुपारी है। बाद में विवाद इतना बढ़ा कि केंद्र सरकार ने इस विज्ञापन पर रोक लगा दी।
बड़ा सवाल ये है कि आखिर पान मसाले का देश में कितना बड़ा कारोबार है कि कंपनियां इतने बड़े स्टार्स को अपने ब्रांड के लिए साइन कर पाती हैं? भारत में तंबाकू से जुड़े प्रोडक्ट्स का विज्ञापन दिखाने पर प्रतिबंध है। हालांकि, पान मसाला बनाने वाली कंपनियां इसे माउथ फ्रेशनर, इलायची का विज्ञापन करवाकर अपने ब्रांड को पिछले दरवाजे से लोगों तक पहुंचाती हैं।
दरअसल भारत में पान मसाले और गुटखे का कारोबार हजारों करोड़ रुपये का है। मार्केट रिसर्च फर्म के मुताबिक, इस वर्ष भारत में पान मसाले का मार्केट 41,821 करोड़ रुपये का रहा। ये मार्केट 2027 तक 53 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंचने की उम्मीद है।
पान मसाले के टीवी पर जो विज्ञापन आते हैं, उनमें इसे खाने वाले की लक्जीरियस लाइफ दिखाई जाती है। कोई सफेद घोड़े से आता है तो कोई करोड़ों रुपये की गाड़ी में। तो कोई आलीशान बंगले में लगी बड़ी सी कुर्सी पर बैठकर पान मसाला खाता दिखाई देता है। हालांकि, सच तो ये है कि इसे खाने वालों की जिंदगी 'बर्बाद' हो जाती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में 27 करोड़ से ज्यादा लोग तंबाकू खाते हैं। सबसे ज्यादा तंबाकू खाने वालों में भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है। स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट बताती है कि हमारे देश में हर दिन तंबाकू और सिगरेट की वजह से 3,500 लोगों की जान चली जाती है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार, शहरी इलाकों में 29% और ग्रामीण इलाकों में 43% पुरुष तंबाकू चबाते हैं। वहीं, गांवों में रहने वालीं 11% और शहरों में रहने वालीं 5% महिलाएं तंबाकू खाती हैं।
WHO के ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि भारत में 17 साल की उम्र से लोग तंबाकू खाना शुरू कर देते हैं। इस सर्वे के मुताबिक, भारत में हर साल 10 लाख लोगों की मुंह के कैंसर से मौत हो जाती है, जिसकी बड़ी वजह यही तंबाकू है।
पान मसाला खाने वालों की जिंदगी 'बर्बाद' भले ही हो, लेकिन इसे बनाने वाले और बेचने वालों की जिंदगी 'आलीशान' है। मानिकचंद ग्रुप आरएमडी पान मसाला बनाता है। इस ग्रुप की स्थापना रसिकलाल मानिकचंद धारीवाल ने पुणे के शिरूर से की थी। आज मानिकचंद ग्रुप के प्रोडक्ट्स 30 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट होते हैं। फरवरी 2021 में रसिकलाल धारीवाल की बेटी जाह्नवी की बेटी की शादी हुई थी। इस शादी में शरद केलकर, जय भानुशाली, लिएंडर पेस, युसुफ पठान और इरफान पठान जैसी हस्तियां शामिल हुई थीं। 2004 में जब जाह्नवी 21 साल की थीं, तब उनके पिता ने उन्हें 5 करोड़ की कार गिफ्ट की थी। विमल पान मसाला भी मानिकचंद ग्रुप से ही जुड़ा हुआ है। इसे मानिकचंद से जुड़ी VNS प्रोडक्ट लिमिटेड बनाती है।
की। ये ग्रुप रजनीगंधा और तुलसी बनाता है। रजनीगंधा के विज्ञापनों में प्रियंका चोपड़ा और पियर्स ब्रॉसनन जैसे सितारे नजर आ चुके हैं। 2017 में ग्रुप के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार के बेटे रोहन कुमार की शादी हुई थी। ये शादी स्विट्जरलैंड के रिसॉर्ट में हुई। इस शादी में 500 मेहमान शामिल हुए थे। राहत फतेह अली खान और रैपर बादशाह ने शादी में परफॉर्म किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 100 मेहमान एक दिन के लिए खरीदारी के लिए मिलान भी गए थे।
'बारातियों का स्वागत पान पराग से ही करना', इसे कोठारी ग्रुप बनाता है। पान पराग एक अलग ब्रांड है। कोठारी प्राइवेट लिमिटेड एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी है जिसे 1983 में रजिस्टर किया गया था। 80 और 90 के दशक में पान पराग के विज्ञापन में बॉलीवुड की बड़ी-बड़ी हस्तियां नजर आती थीं। जिस समय घरों में टीवी पहुंचना शुरू भी नहीं हुआ था, उस समय पान पराग के विज्ञापनों में शम्मी कपूर और अशोक कुमार जैसी हस्तियां दिखती थीं।
दिसंबर 2021 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापा मारा था। उसके यहां से 177 करोड़ रुपये कैश बरामद हुआ था। पीयूष जैन इत्र के कारोबार के साथ-साथ पान मसाला के कारोबार से भी जुड़ा था। जनवरी 2022 में एक्टर-प्रोड्यूसर सचिन जोशी की 410 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। सचिन जोशी गुटका और पान मसाला बनाने वाले JMJ ग्रुप के प्रमोटर जेएम जोशी के बेटे हैं। दिसंबर 2021 में ही शिखर पान मसाला बनाने वाली कानपुर की कंपनी त्रिमूर्ति फ्रेगरेंस के यहां छापेमारी में 150 करोड़ रुपये जब्त किए गए।
जाहिर है, पान मसाला उत्पादक, विज्ञापन के सभी अनुमति वाले माध्यमों जैसे कि टेलीविजन चैनलों और समाचार पत्रों का उपयोग कर रहे है क्योंकि पान-मसाले की खपत बढ़ाने में उनका बड़ा निहित स्वार्थ है। हानिकारक पदार्थों पर प्रतिबंध हमेशा विफल होता है इसलिए केंद्र और राज्य सरकारों के लिए व्यावहारिक कदम यह होगा कि वैसे पान-मसाले के विज्ञापनों पर भी प्रतिबंध लगाया जाए जिसमें तंबाकू नहीं होता है।इसके अलावा, अगर पान-मसाले की बिक्री से होने वाले राजस्व पर कर बढ़ाया जाता है तो इस हानिकारक उत्पाद की बिक्री पर इसका निराशाजनक प्रभाव पड़ेगा।सभी मामलों पर गौर करें तो पान-मसाले का सेवन लत लगाने वाला है और स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक है। यह जानकारी सरकार प्रायोजित संदेशों के माध्यम से सभी भारतीय भाषाओं में सरल शब्दों में समझायी जानी चाहिए।
यह संभावना है कि भारत के ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में विशेष रूप से युवाओं के बीच एक गलत तरह की भावना बन रही है कि पान मसाले का सेवन करना किसी किस्म की रईसी को दर्शाता है और इससे बढ़ती आमदनी का भी अंदाजा होता है। ऐसे में निश्चित रूप से टेलीविजन, रेडियो और प्रिंट मीडिया पर सभी पान मसाला विज्ञापनों, विशेष रूप से स्थानीय भाषाओं वाले विज्ञापनों को गैरकानूनी घोषित किया जाना चाहिए। इस जवलंत समस्या से निपटने के लिए सामाजिक संस्थाओं को भी सजग होने की जरुरत है और सरकार को इससे प्राप्त होने वाले राजस्व से मुंह मोड़ना चाहिए ।
-अशोक भाटिया