
नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की
अरांई। अरांई क्षेत्र में कृष्ण जन्मोतसव की धूम रही। मन्दिरों में मनोहारी झांकियां सजाई गई। कृष्ण जन्मोत्सव में श्रृद्धालुओं ने भाग लिया एवं भजन कीर्तन किये। कस्बे के श्री कल्याणराय महाराज, साक्षी गोपाल महाराज, गोपीनाथ, पंचमुखी परिसर में स्थित वैणीगोपाल मन्दिर में विशेष सजावट की गई। भक्तों ने नन्द लाल के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया एवं मंगल गीत गा कर विशेष पूजा अर्चना करी। शाम को मन्दिरों मे दर्शन करने वाले भक्तों को तांता लगा रहा। भक्तों ने माला पुष्प चढा कर एवं नन्दलाल का पालने में झुला कर आशीर्वाद प्राप्त किया। पण्डित गिरधर गोपाल शर्मा बताया कि श्रीकृष्ण मन्दिराें में सुबह से ही भक्तो की दर्शन के लिए लाईन लग गई। शाम को मंगला गीत एवं तुलसी पूजन से समारोह का शुभारम्भ किया गया। त्रेतायुग में नन्द लाला ने विश्व को गीत का पाठ पढाया एवं कर्म करने की सीख दी। श्रीकृष्ण ने धर्म की रक्षा के लिए राक्षसों का नाश कर समाज को जाग्रत रहने का संदेश दिया। उन्होने श्रीकृष्ण की भक्ती करने एवं सच्ची आस्था के साथ उनके दिखाये गये पद चिन्हों पर चलने का आह्वान किया। मन्दिरों में सजी मनाहारी झांकिया- कस्बे के विभिन्न मन्दिरों में कंई दिनों से झांकियों की तैयारी की जा रही थी। कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान मन्दिरों में विशेष लाईटों की व्यवस्था की गई। अशोक के पत्तो से झांकिया सजाई गई। रंग रंगीले परिधानों से मन्दिरो की दीवारो को सजाया गया। कस्बे के श्रीकल्याण राय मन्दिर, साक्षी गोपाल महाराज मन्दिर, गोपी नाथ मन्दिर में झांकियों को देखने के लिए भीड उमड पडी। देर रात तक मन्दिरों मंे भजन कीर्तन के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।